SWP : रिटायरमेंट के बाद रेगुलर इनकम के लिए सबसे सही विकल्प कौन से म्युचुअल फंड चुने  

SWP को बनाए नियमित आय का स्रोत रिटायरमेंट के बाद एक नियमित आय का स्रोत होना बहुत जरूरी है। क्योंकि दिन प्रतिदिन महंगाई बढ़ती जा रही है और जीवन की जरूरत सुचारू रूप से चलती जा रही है। इस परिस्थिति में सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान – SWP एक बेहतरीन उपाय है। जो आपको म्युचुअल फंड में निवेश करके नियमित रूप से पैसा निकालने की सुविधा प्रदान करता है। SWP को सही म्युचुअल फंड कैटेगरी में निवेश करके टैक्स बचत, वर्ष की आयके लिहाज से और भी बेहतर बनाया जा सकता है।

SWP क्या है और कैसे काम करता है?

 सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान – SWP म्युचुअल फंड की एक ऐसी योजना है। जिसमें आप अपने निवेश की एक निश्चित राशि और समय आप तय करने का होता है। ऐसे SIP का उल्टा माना जा सकता है। SIP में जहां नियमित अंतराल पर निवेश किया जाता है। वही SWP में एक बार निवेश करने के बाद आपको नियमित रूप से राशि निकालना होती है। इस योजना में म्युचुअल फंड स्कीम से कुछ यूनिट्स बेची जाती है। इसके बदले में धनराशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।

रिटायरमेंट के बाद आपको लाभ प्रदान करता है।

 इन लोगों के लिए जो अपनी बचत को बिना खत्म कीए हर महीने या तीन महीने फिक्स अमाउंट निकालना चाहते हैं। इसके लिए यह स्कीम बहुत उपयोगी है। जो लाभ रेगुलर इनकम का स्रोत SWP आपको हर महीने तिमाही या साल में एक निश्चित राशि देता है। इससे आप अपने मासिक खर्चों को आसानी से पूरा कर सकते हैं और रिटायरमेंट के बाद भी टंकी सुरक्षा बनाए रख सकते हैं।

टैक्स में बचत

 SWP की सबसे बड़ी खासियत है कि यह डिविडेंड की तुलना में टैक्स के लिहाज से ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। अगर आप इक्विटी ओरिएंटेड फंड में निवेश करते हैं तो 1 साल में अधिक समय तक यूनिट को होल्ड करते हैं। तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गैन एलटीसीजी टैक्स पर 12.30% होती है। साथी एक वित्तीय वर्ष में 1.25 लाख रुपए तक का एचटीसी टैक्स फ्री होता है। जबकि डिविडेंड इनकम पर आपकी टैक्स स्लेब के अनुसार टैक्स लगता है जो 30% तक हो सकता है।

फंड का संरक्षण

 SWP के तहत धीरे-धीरे अपने निवेश के यूनिट को रिडीम यानी कि बेचते रहते हैं। जिससे आपकी बाकी पूंजी म्युचुअल फंड स्कीम में बनी रहती है। इसका फायदा होता है कि आपके बचे हुए निवेश पर मार्केट ग्रोथ के आधार पर रिटर्न भी अच्छा मिलता रहता है।

कौन सी म्युचुअल फंड केटेगरी से बचना चाहिए?

स्मॉल कैप फंड : स्मॉल कैप फंड में छोटे और उबलते हुए व्यवसाय में निवेश किया जाता है। जो अधिक जोखिम होते हैं। स्मॉल कैप फंड का प्रदर्शन बाजार की स्थिति पर होता है और बहुत ज्यादा निर्भर करता है। वह अचानक वैल्यूएशन भारी हो जाती है और गिरावट भी ज्यादा आती है। यह फंड बहुत वोलेटाइल रहता है। इसलिए रिटायरमेंट के लिए SWP लिए यह विकल्प सही नहीं है।
SWP के जरिए म्यूचुअल फंड से रेगुलर इनकम अंतिम रिटायरमेंट के बाद सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान एक सुरक्षित स्थल का बेहतरीन स्रोत बन सकता है। खासकर अगर सही म्युचुअल फंड कैटेगरी में निवेश किया जाए। लार्ज कैप, फ्लेक्सी कैप और इक्विटी ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड जैसे कैटेगरी में से निवेश किया करने पर आपको अच्छी इनकम मिलेगी। इसलिए अगर आप रिटायरमेंट के बाद वित्तीय स्थिरता चाहते हैं। तो SWP के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करके एक सही विकल्प आप साबित कर सकते हैं।

निष्कर्ष :

स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखम के आधीन है। कृपया निवेश करने से पहले आप रिसर्च कंपनी या वित्तीय सलाहकार का परामर्श ले और उसके बाद ही आप मार्केट में निवेश करें।

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