Spice Price News: मसालों की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव हो रहा है. जीरे की कीमतें बढ़ रही हैं, जबकि हल्दी की कीमतों में कमी आई है. एनसीडीईएक्स पर हल्दी के भाव एक महीने की तेजी के बाद अब फिर गिरने लगे है.
हल्दी का अक्टूबर वायदा तीन दिनों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. मांग में कमी और आवक में बढ़ोतरी के कारण दबाव बढ़ा है. साथ ही, बुआई बढ़ने से भी कीमतों पर असर पड़ा है. हल्दी के निर्यात में कमी और मांग में गिरावट के कारण कीमतें और भी घट रही है.
NCDEX पर जीरा
एनसीडीईएक्स पर जीरा का अक्टूबर वायदा 9 दिनों के उच्च स्तर के लगभग करीब पहुंच गया है. कीमतों में लगातार दूसरे महीने में भी तेजी जारी ही है. सितंबर में जीरे की कीमतें 3% से ज्यादा बढ़ गई थीं, और अक्टूबर में अब तक लगभग 1% की और बढ़ोतरी हुई है. इसकी वजह अच्छी मांग है, जो कीमतों को सपोर्ट कर रही है. इस साल बाजार में ज्यादा उत्पादन की उम्मीद है, और किसान धीरे-धीरे अपने माल को बाजार में ला रहे है.
मसालों की कीमतों की स्थिति इस प्रकार है
एनसीडीईएक्स पर जीरा पिछले हफ्ते 1% बढ़ा है और पिछले महीने 5% चढ़ा है, लेकिन पिछले एक साल में इसमें 49% की गिरावट आई है. वहीं, धनिया की बात करें तो पिछले हफ्ते इसमें 1% की कमी आई है, लेकिन पिछले महीने 7% बढ़ा है. हल्दी ने पिछले हफ्ते 0.33% की बढ़त दिखाई, लेकिन पिछले महीने इसमें 4% की कमी रही है.
प्रेशर में रबर
रबर के दामों में दबाव बना है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में रबर के दाम पिछले 7 सालों की ऊंचाई से गिरकर 214 डॉलर प्रति सेंट/किलो के नीचे आ गए है.
फेस्टिव सीजन में हल्दी की डिमांड अच्छी
त्योहारों के समय मसालों की मांग कैसी है, इस बारे में अंकित अग्रवाल, जो अमर अग्रवाल फूड्स के मालिक हैं, ने बताया कि हल्दी के दाम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. फेस्टिव सीजन में हल्दी की डिमांड अच्छी है, और इसके दाम 161-170 रुपये तक पहुंच सकते है. अगले साल हल्दी की फसल भी अच्छी होने की उम्मीद है.
उसी तरह, जीरे का उत्पादन भी अच्छा रहा है, जिससे डिमांड और सप्लाई दोनों मजबूत होंगी. जीरे के दाम 242-290 रुपये तक जा सकते हैं, लेकिन अभी जीरे के दाम स्थिर रहेंगे.
रबर के दाम नहीं होंगे कम
बोनाफाइड रबर एंटरप्राइजेज के केतन जोशी ने बताया कि रबर के दाम अब कम नहीं होनेवाले है. क्योंकि घरेलू बाजार में रबर की सप्लाई बेहद कम है, जबकि डिमांड ज्यादा है. हाल ही में रबर के दाम 25% तक गिरे हैं, लेकिन अब और गिरने की उम्मीद नहीं है.