WHEAT PRICE: भारत एक कृषि प्रधान देश है। भारत के लगभग 70% जनता कृषि के व्यवसाय के साथ जुड़ी हुई है। कृषि में गेहूं का बहुत मूल्य है। गेहूं का हमारे देश में उत्पादनके साथ वपराज भी ज्यादा है। पिछले काफी दिनों से लगातार गेहूं के दाम में बढ़ोतरी होती जा रही है। कुछ ही दिनों में त्योहारों का सीजन खुलने वाला है। तो उसकी यह मांग और भी बढ़ सकती है।
इस साल गेहूं की रिकार्ड पैदावार हुई है। लेकिन फिर भी गेहूं के दाम आसमान छू रहे हैं। सरकार ने 2024-25 के लिए गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी न्यूनतम मूल्य मिनिमम 2275 रुपया तय किया है। लेकिन केंद्रीय कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार अगस्त में गेहूं का थोक दाम एमएसपी से ऊपर जा चुका है। देखा जाए तो पिछले साल के मुकाबले खासकर इस बार गेहूं के भाव में बंपर बढ़ोतरी देखने को मिली है।
गेहूं के बढ़ते दाम आम जनता की चिंता को और भी बढ़ा सकता है।
दरअसल गेहूं के भाव में इजाफा होने से और भी महंगा होता जा रहा है। जिससे आम जनता के किचन का बजट बिगाड़ सकता है। वही मंडी व्यापारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में गेहूं के रेट में और भी रिकॉर्ड भाव हो सकती है।
भारत में गेहूं की डिमांड और दाम
केंद्रीय कृषि मंत्रालय (इंडियन एग्रीकल्चर मिनिस्ट्री) ने एक रिपोर्ट जारी किया था। जिसमें बताया गया था कि 1 से 22 सितंबर 2024 के बीच किसानों के गेहूं को थोक भाव में 2720 रुपए प्रति क्विंटल मिला है यह भाव की हर राज्य ,वर्ग, शहर की मंडी यो में गेहूं के रूप में अंतर देखने को मिल रहा है। कर्नाटक में गेहूं का थोक दाम 3302 रुपया प्रति क्विंटल रहा है।
त्योहारों का सीजन शुरू होते ही अक्टूबर में दशहरा तो नवंबर में दीवाली जैसे बड़े त्यौहार आने वाले हैं। इस दौरान भारत में गेहूं की डिमांड और भी बढ़ जाती है। ऐसे में संभावना है कि गेहूं के दाम भाव में तगड़ा उछाल आ सकता है। उपभोक्ता मामले मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक गेहूं के दाम देश भर में ₹50 प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। वह दर ₹31 और न्यूनतम दम 23 रुपए प्रति किलो अभी है।
आज का गेहूं का भाव
आज राजस्थान की मंडियों में गेहूं का अधिकतम दाम 2950 प्रति क्विंटल रहा है। वही उत्तर प्रदेश में 2700 से 2900 प्रति क्विंटल रहा है। हरियाणा की बात करें तो गेहूं का भाव 3000 के पार कर गया है। मध्य प्रदेश में भी गेहूं का दाम 3000 को पार कर गया है। महाराष्ट्र में गेहूं का दाम 2940 रुपया प्रति क्विंटल रहा है। जो पिछले साल ₹3450 प्रति क्विंटल से 14.79 पर प्रतिशत कम है। राष्ट्रीय औसत के अनुसार गेहूं के दाम में इस साल 5.19% की वृद्धि हुई है। पिछले साल गेहूं का दाम 2394 रुपया प्रति क्विंटल था जबकि इस साल ₹2500 प्रति क्विंटल हो गया है।
65 रुपए किलो पहुंचा आटा का दाम
गेहूं के दाम की बढ़ोतरी के साथ-साथ आटा का भी दाम बताइए जा रहा है। अगस्त 2024 में आटा का अधिकतम दम 65 रुपया प्रति किलो तक दर्ज किया गया था। वही वह सब दाम ₹30 और न्यूनतम दाम 28 रुपए प्रति किलो है। विभिन्न राज्यों और शहरों में आटा के दाम में अलग-अलग भाव है।
जैसे दिल्ली में 32 रुपए, जम्मू कश्मीर में 41 रुपया, हरियाणा में ₹33, महाराष्ट्र में 43 रुपया प्रति किलो भाव है। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 1 से 22 सितंबर के बीच गेहूं का भाव आवक में 13% की कमी आई है। इस अवधि में कुल 4,78,658 टन गेहूं की आवक हुई थी। जबकि पिछले साल इस अवधि में 5,51,728 टन गेहूं बिका था।
उत्तर प्रदेश में गेहूं के रिकॉर्ड आवक हुई है।
इस बार उत्तर प्रदेश की मंडियां में गेहूं की आवक सबसे ज्यादा रही है। जहां अगस्त के पहले दो सप्ताह में 2,78,144 टन गेहूं बिक गया था। पिछले साल के मुकाबले 9% ज्यादा है। हालांकि मध्य प्रदेश की बात करें तो गेहूं की आवक में 26% तक की कमी रही है और राजस्थान में 57% और महाराष्ट्र में 72% मंडी में गेहूं की आवक में कमी रही है।