Subhadra Yojna: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई सुभद्रा योजना आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है. इस योजना का उद्देश्य ओडिशा की महिलाओं को आर्थिक सहायता देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है. इसके तहत, महिलाओं को हर साल 10,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी.
योजना की मुख्य विशेषताएं
- लक्ष्य और कवरेज: एक करोड़ से अधिक महिलाओं को लाभ देना.
- योजना की अवधि: 2024-25 से 2028-29 तक
- कुल बजट: 55,825 करोड़ रुपये
- लक्षित आयु वर्ग: 21 से 60 वर्ष की महिलाएं.
वित्तीय सहायता का विवरण
वार्षिक सहायता: 10,000 रुपये.
राशि वितरण प्रक्रिया:
पहली किस्त: रक्षाबंधन पर ₹5,000
दूसरी किस्त: महिला दिवस पर ₹5,000
यह राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है.
सुभद्रा योजना पात्रता
- आर्थिक रूप से कमजोर महिलाएं इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकती है.
- महिला ओडिशा की निवासी होना आवश्यक है.
- महिला की आयु 21 से 60 वर्ष की के बीच होनी चाहिए.
- सरकारी कर्मचारी,आयकर दाता महिलाएं इस योजना के पात्र नहीं मानी जाएगी.
- जो महिलाएं अन्य योजनाओं से 15,000 रुपये से अधिक का लाभ ले रही है, वह इस योजना का लाभ नही ले सकती.
आवश्यक डाक्यूमेंट्स
- निवास प्रमाणपत्र
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- बैंक खाता पासबुक
- आय प्रमाणपत्र
सुभद्रा योजना के लिए आवेदन कहां करें?
सुभद्रा योजना के लिए निचे दिए स्थान पर आवेदन कर सकते है.
आंगनवाड़ी केंद्र
डी ब्लॉक कार्यालय
जन सेवा केंद्र
योजना का प्रबंधन और निगरानी
सुभद्रा समिति:
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधीन काम करती है.
योजना के सही तरीके से लागू होने की देखरेख करती है.
पात्र लाभार्थियों की पहचान करती है.
धन के उचित वितरण की जांच करती है.
आर्थिक सशक्तिकरण:
महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता बढ़ाना.
परिवार की आय में योगदान देना.
बचत को बढ़ावा देना.
सामाजिक प्रभाव:
महिलाओं के सामाजिक स्तर में सुधार.
निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि.
आत्मविश्वास को बढ़ावा देना.