SBI बैंकिंग एंड इकोनॉमिक्स कॉन्क्लेव 2024 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वर्तमान में कर्ज लेना महंगा है, जो मिडिल क्लास और रियल एस्टेट सेक्टर दोनों के लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि कर्ज की ब्याज दरें किफायती बनाना बेहद जरूरी है, ताकि बिजनेस का विस्तार हो और लोगों के सपने पूरे हो सकें। वित्त मंत्री के इस बयान ने मिडिल क्लास को राहत की उम्मीद दी है, जो महंगी ब्याज दरों और ऊंची EMI से जूझ रहे हैं।
डेवलपर्स का क्या कहना है?
फाइनेंस मिनिस्टर के बयान पर रियल एस्टेट डेवलपर्स ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
- कुशाग्र अंसल (अंसल हाउसिंग): मिडिल क्लास के लिए घर खरीदना महंगे कर्ज के कारण चुनौतीपूर्ण है। ब्याज दरें घटने से रियल एस्टेट सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा।
- संजय शर्मा (SKA ग्रुप): RBI द्वारा रेपो रेट में कटौती का इंतजार सभी को है। इससे होम लोन सस्ता होगा और अफोर्डेबल हाउसिंग की मांग बढ़ेगी।
- अमित मोदी (काउंटी ग्रुप): दिसंबर तिमाही में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद है। यह लग्जरी हाउसिंग पर कम असर डालेगा लेकिन पूरे रियल एस्टेट सेक्टर के लिए बड़ा कदम होगा।
- रजत गोयल (MRG ग्रुप): सस्ती ब्याज दरों से लोन की सुविधा बढ़ेगी, जिससे डेवलपर्स बेहतर प्रोजेक्ट्स पर काम कर पाएंगे।
- रवींद्र गांधी (तिरस्या एस्टेट्स): ब्याज दरों में कटौती से प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग में तेजी आएगी और प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे होंगे।
रियल एस्टेट पर महंगे कर्ज का असर
महंगी ब्याज दरों का सीधा प्रभाव रियल एस्टेट पर पड़ा है। ऊंची EMI ने खरीदारों को प्रॉपर्टी खरीदने से रोका है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ब्याज दरें कम होने से अफोर्डेबल हाउसिंग के साथ लग्जरी सेगमेंट में भी निवेश बढ़ेगा।
क्या RBI करेगा Repo Rate में बदलाव?
RBI ने फरवरी 2023 के बाद से रेपो रेट में बदलाव नहीं किया है। लेकिन वित्त मंत्री के बयान के बाद उम्मीद है कि दिसंबर की मौद्रिक नीति समीक्षा में RBI ब्याज दरें घटाने पर विचार करेगा।
मिडिल क्लास और रियल एस्टेट सेक्टर को राहत की उम्मीद
वित्त मंत्री के इस बयान ने मिडिल क्लास और रियल एस्टेट सेक्टर के लिए नई उम्मीद जगाई है। अगर RBI ब्याज दरें घटाता है, तो सस्ती EMI से मिडिल क्लास को राहत मिलेगी और रियल एस्टेट सेक्टर में नई जान आएगी।