Pradhan Mantri Gramin Ujala Yojana 2024:भारत सरकार द्वारा ग्राम उज्ज्वला योजना में ग्रामीण और शहरी इलाकों में 10 रुपए में नई एलइडी बल्ब उपलब्ध करवाएगी। जिससे कि बिजली खपत कम होगी और देश के हर हिस्से में बिजली कनेक्शन पहुंच जाएगा पहुंचाया जाएगा ग्राम ग्राम उजाला सरकारी योजना में एनर्जी इनएफिशिएंसी सर्विस एलईडीएसएस के द्वारा देश के ग्रामीण इलाकों में ₹10 पति हिसाब से साइट करोड़ एलईडी बल्ब देने का विचार किया गया है। उज्ज्वला योजना के अंतर्गत बैठने वाले 36 करोड़ बल्बों में से केवल 18% ही ग्रामीण इलाकों के लोग द्वारा खरीदे गए हैं।
पीएम ग्रामीण उजाला योजना 2024 उद्देश्य Pradhan Mantri Gramin Ujala Yojana 2024
पीएम ग्रामीण उजाला योजना 2024 सरकार द्वारा ग्राम उजाला योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे। नागरिकों के परिवार को 10-10 रुपए में एलईडी बल्ब बनते की योजना के अंतर्गत हर परिवार को लगभग तीन से चार लेड बल्ब प्रदान किए जाएंगे। पब्लिक सेक्टर की एनर्जी एफिशिएंसी सर्विस लिमिटेड द्वारा ग्राम उजाला योजना 2024 के अगले महीने वाराणसी सहित देश के पांच शहरों में ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू किया जाएगा। बता देते हैं कि एप्पल तकी सूचना पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा। बिजली मंत्रालय द्वारा ग्राम उज्ज्वला योजना को 5 जनवरी 2015 को शुरू किया गया था। योजना को शुरू करने के लिए जिसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू किया गया था योजना के तहत देश के गांव के इलाकों में नागरिकों को बल प्रदान किया जाता है ग्राम उजाला योजना को 5 जनवरी 2020 में 8 साल हो जाएगी। स्कीम से देश के सबसे बड़ी जीरो सब्सिडी होम लाइटिंग प्रोग्राम है। अभी तक देश में कुल 36.78 का सबसे अधिक बल बैंडेज जा चुके हैं। इसके साथी 5 जनवरी 2023 तक 47778 मिलियन किलो वाट घंटे हर साल बिजली के बचत की जाएगी।
ग्रामीण उजाला योजना की मुख्य विशेषताएं Pradhan Mantri Gramin Ujala Yojana 2024
- ऊर्जा बचत में सबसे अधिक योगदान कम खपत वाली घरेलू रोशनी का है।
- कम बिजली खर्च करके 9 वाट का एलईडी बल्ब 100 वाट के बल्ब के बराबर भी रोशनी देता है।
- गवर्नमेंट उजाला योजना के अंतर्गत 18 मार्च 2016 तक एनर्जी इन्फेक्शन सर्विस लिमिटेड आईएसएल ने देश के 125 शहरों में 8 करोड़ से भी ज्यादा एलईडी बल्ब वितरण किया है।
- इस एलईडी बल्ब में सरकार द्वारा 3 साल तक की रिप्लेसमेंट वारंटी दी जाती है।
- 20000 मेगावाट की बचत की सूचना के अंतर्गत दिए जाने वाले एलईडी बल्ब के इस्तेमाल से संभव होगी।
- उजाला योजना 2020 के अंतर्गत प्रतिवर्ष 9 करोड़ बल्ब बांटे जाएंगे₹10 में बल्ब कैसे मिलेगाऔर कैसे मुमकिन है कि ₹70 में ₹70 का बल्ब ₹10 में मिलेगा आखिर ऐसा होना कैसे संभव है क्योंकि इस योजना के लिए नहीं कंपनी अपने पास से फंडिंग है या ना तो केंद्रीय सरकार रुपया दे रही है इसके पहले उजाला योजना में अभी तक 36 कल से ज्यादा एलईडी बल्ब दिए गए हैं। कि सभी एलईडी बल्ब के योगदान से 475 करोड़ यूनिट बिजली की बचत हुई है। इसकी वजह से कंपनी को कार्बन क्रेडिट मिले हैं उन्हें कार्बन क्रेडिट को मार्केट में ट्रेड करके कंपनी को फंड की प्राप्ति होगी और कंपनी इस फंड के रूपों का इस्तेमाल करते हुए। गांव में सस्ते बल्ब उपलब्ध करवाएगी ग्राम उजाला योजना कब शुरू हुई।
- इस कार्यक्रम का प्रथम चैनल बिहार से बिहार के आरा जिले से शुरू किया गया था। जिसमें पांच जिला आरा – बिहार, वाराणसी- उत्तर प्रदेश, विजयवाडा- आंध्र प्रदेश, नागपुर -महाराष्ट्र और पश्चिम में गुजरात के गांव में 15 मिलियन एलईडी बल्ब का वितरण किया।
Pradhan Mantri Gramin Ujala Yojana 2024 महत्वपूर्ण दस्तावेज
- बिजली के बल की फोटो कॉपी
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
प्रधानमंत्री उजाला योजना कंप्लीट दर्ज करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको प्रधानमंत्री ग्रामीण उजाला योजना 2023 की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने होम पेज खुलकर आएग।
- इसके होम पेज पर आपको मेनू बार की ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपको टैक्स बोर्ड के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा इसके बाद आपको उजाला के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- अब आपके सामने एक नया पीस खुल कर आएगा।
- इस पेज में आपको रजिस्टर योर कंपलीट की ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपके सामने कंज्यूमर कंप्लीट रजिस्ट्रेशन पेज खुल जाएगा।
- इस पेज में आपको कॉलर नंबर लैंग्वेज स्टेट स्कीम जिला इत्यादि को दर्ज करना होगा।
- इसके बाद आपको से के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा इस तरह आप अपना कंप्लीट दर्ज कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री ग्रामीण उजाला योजना का लक्ष्य
- 3 सालों में एलईडी लाइट बदलने का लक्ष्य 770 मिलियन अपेक्षित वार्षिक ऊर्जा बचत 105 मिलियन के वह पिक लोड में अपेक्षित कमी 20000 मेगावाट वार्षिक अनुमानित ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में कमी सेवन नाइट मिलन तन CO2